शिवरात्रिऔर शिव भजन-08-Mar-2024
शिवरात्रि और शिव भजन
शिवरात्रि का दिन आया है,बम- बम धरती बोल रही। देवत्व उदय करने की खा़तिर, इत,उत चहुँ है डोल रही। हांँ बम-बम काशी बोल रही2
भांँग धतूरा और बेला से,इनको पूजो भक्तों। चिंतन विकृत कभी न होवे, चहुँ सज्जन की गोल रही। हांँ, बम-बम काशी बोल रही2
आलस्य, प्रमाद, भवरोग,सब यहांँ दूर हो जाता। तन, मन और हृदय भक्तों का, जग में मिश्री घोल रही। हांँ बम-बम काशी बोल रही2
मुदित भावना भरेगी सबमें, सद्बुद्धि जागृत होगा। स्वर्ग धरा पर आ जाएगा, प्रज्ञा सुचिता को खोल रही। हांँ बम-बम काशी बोल रही2
गाय का दूध प्रभु को चढ़ाएँ, आम मंजरी साथ ले जाएंँ। सब मिल शिव के भजन को गाएँ, बंधुत्व जगत में तोल रही। हाँ,बम बम काशी बोल रही2
साधना शाही, वाराणसी
Gunjan Kamal
13-Mar-2024 10:08 PM
बहुत खूब
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Mohammed urooj khan
11-Mar-2024 01:11 PM
👌🏾👌🏾👌🏾
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Varsha_Upadhyay
10-Mar-2024 07:40 PM
Nice
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